साप्ताहिक सुरक्षा संकल्प — ज़िले में कानून का लौहदंड, अपराध पर प्रहार

चेहरों पर मुस्कान, आंखों में तसल्ली – जब अपनों से मिला खोया हुआ संसार, पुलिस की ऑपरेशन तलाश मुहिम बनी मानवीय करुणा और सेवा भाव की मिसाल

मिशन संडे: हर रविवार खुलती है सफाई की रविवार कथा! घाट का पानी सूखा, सिस्टम का गिलास भरा!

Khairagarh

चेहरों पर मुस्कान, आंखों में तसल्ली – जब अपनों से मिला खोया हुआ संसार, पुलिस की ऑपरेशन तलाश मुहिम बनी मानवीय करुणा और सेवा भाव की मिसाल

Nilesh Yadav

15-06-2025 10:35 PM

खैरागढ़। बिछड़े अपनों की तलाश में जब एक वर्दी वाला हाथ थामकर किसी मां को उसका बेटा, किसी बहन को उसका भाई और किसी परिवार को उनका बुजुर्ग सौंपता है, तो सिर्फ इंसान नहीं मिलते — संवेदनाएं लौटती हैं, रिश्ते फिर जुड़ते हैं और आंसुओं में विश्वास झलकता है। थाना खैरागढ़ की “ऑपरेशन तलाश” एक ऐसी ही संवेदनशील पहल रही, जिसने लापता व्यक्तियों को केवल ढूंढा नहीं, बल्कि पूरे समाज को यह एहसास दिलाया कि पुलिस महज कानून का प्रहरी नहीं, बल्कि मानवीय जिम्मेदारियों का संवाहक भी है। 1 जून से 15 जून 2025 के बीच थाना खैरागढ़ क्षेत्र में कुल 18 गुमशुदा लोगों को दस्तयाब किया गया। इससे पहले जनवरी से मई 2025 तक 46 मामलों में सफलता मिली थी। वर्ष 2025 में अब तक कुल 64 मामलों में लापता लोगों की वापसी कराई गई, जिनमें कई वृद्ध, महिलाएं, मानसिक रूप से अस्वस्थ एवं नाबालिग शामिल थे। कुल मिलाकर 68 परिवारों को उनका बिछड़ा संसार लौटा। इन मामलों में FIR: 41/22, 15/23, 37/23, 43/23, 87/23, 96/23, 20/24, 23/24, 41/24, 69/24, 74/24, 80/24, 81/24, 88/24, 15/25, 41/25, 44/25, 56/25, 59/25, 60/25, 62/25, 63/25 शामिल हैं। इस अभियान की खूबी रही कि कई मामलों में खैरागढ़ पुलिस ने छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती ग्रामीण अंचलों से लेकर मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और झारखंड तक दस्तक दी। इंस्पेक्टर स्तर से लेकर आरक्षकों की टोली तक ने हर सूचना का पीछा किया हर संभावना को खंगाला। थाना प्रभारी खैरागढ़ ने कहा हर गुम इंसान हमारे लिए एक अधूरी कहानी है। हमारा प्रयास केवल उसे ढूंढने का नहीं बल्कि उस अधूरे जीवन को पूर्णता देने का होता है। जब कोई मां अपने बेटे को गले लगाती है बहन भाई को देखकर रो पड़ती है तब समझ आता है कि वर्दी में भी एक दिल धड़कता है। ऑपरेशन तलाश की सफलता को खैरागढ़ पुलिस ने अकेले नहीं समाज के साथ मिलकर हासिल किया। जनसहयोग तकनीकी साधनों और मानवीय समझ का ऐसा समन्वय पुलिसिंग के मानक को एक नई ऊंचाई देता है।

थाना खैरागढ़ की यह पहल न केवल एक प्रशासनिक अभियान रही बल्कि यह संवेदनशील और सहभागी पुलिसिंग का प्रत्यक्ष प्रमाण बन गई। इससे ना केवल खोए हुए चेहरे लौटे बल्कि पुलिस और समाज के बीच विश्वास की डोर और मजबूत हुई।



Nilesh Yadav

Comments (0)

Trending News

Gandai

दर्दनाक हादसा : जोताई से लौट रहा था ट्रैक्टर, खेत की मेढ़ ने ले ली जान

BY GANGARAM PATEL 09-06-2025
जिसने ली जान 9 साल पहले, उसे भी मौत ने आ दबोचा, भतीजे की हत्या का बदला, शराब, सुपारी और लोहे की राड़ से दो कत्ल

rajnandgaon

जिसने ली जान 9 साल पहले, उसे भी मौत ने आ दबोचा, भतीजे की हत्या का बदला, शराब, सुपारी और लोहे की राड़ से दो कत्ल

BY Son kumar sinha12-06-2025
बेटी बनी बेटा: पांच बेटियों ने निभाया अंतिम फर्ज, अर्थी को दिया कंधा, मुखाग्नि देकर पिता को दी विदाई

Khairagarh

बेटी बनी बेटा: पांच बेटियों ने निभाया अंतिम फर्ज, अर्थी को दिया कंधा, मुखाग्नि देकर पिता को दी विदाई

BY Nilesh Yadav12-06-2025
Latest News

Nilesh Yadav

© Copyright 2024, All Rights Reserved | ♥ By PICCOZONE